सिमडेगा, नवम्बर 20 -- बानो। प्रखंड के सुदुर गांव में रहने वाली शिल्पी देवी कभी अंधेरे में मुफलिसी के आलम में अपना जीवन व्यतित कर रही थी। न हाथ में पुंजी थी न कोई काम, बस पति की कमाई के सहारे जिंदगी कट रही थी। इसी बीच सरकारी योजना की पोटली पकड़कर जेएसएलपीएस की टीम शिल्पी देवी के पास पहुंची और उसे सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए महिला समूह से जुडने के लिए प्रेरित किया। एक बार तो शिल्पी को विश्वास नहीं हुआ लेकिन भी शिल्पी ने बांकी आजीविका संकुल संगठन के तहत आने वाली रेशमा आजीविका स्वयं सहायता समूह से जुड गई। इसके बाद शिल्पी के जीवन में एक अलग करवट ली। शिल्पी ने समूह के माध्यम से छोटा लोन लेकर बकरी पालन की शुरुआत की। जिससे उसे अच्छी आय होने ली। इसके बाद वह अपने पति राजेश साय के साथ मिलकर सब्जी की खेती भी शुरु की। सरकार की योजना का लाभ ले...
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