इटावा औरैया, फरवरी 15 -- इटावा, संवाददाता। जिले के सरकारी अस्पतालों में तैनात नियमित डाक्टर अब प्राइवेट प्रैक्टिस नही कर पायेंगे। अगर कोई भी नियमित डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करते हुए पाया गया तो उसके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा डीएम एसएसपी व सीएमओ को भेजे गए पत्र के बाद अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है। संयुक्त जिला अस्पताल के साथ सैफई मेडिकल कॉलेज में तैनात काफी संख्या डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग में उच्च पदों पर बैठे अधिकारी भी प्राइवेट प्रैक्टिस करने से नहीं चूक रहे हैं। शासन ने 20 फरवरी तक ऐसे डॉक्टरों को चिन्हित कर विभागीय कार्रवाई के लिए सूची भी मांगी है। इससे पहले भी शासन के द्वारा प्राइव...
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