वरिष्ठ संवाददाता, मार्च 10 -- आयुष की पढ़ाई कर कूड़ाघाट के डॉक्टर राजेश ने सरकारी नौकरी भी हासिल कर ली। खोराबार स्वास्थ्य केंद्र पर तैनाती के बाद सब उन्हें आदर भाव से देखते थे। परिवार वाले खुश थे। इसी बीच राजेश को एमबीबीएस की डिग्री का ऐसा नशा चढ़ा कि वो फर्जी डॉक्टर बन गया। एमबीबीएस की फर्जी डिग्री बनवाने के बाद वह फर्जी डॉक्टर बनाने का गिरोह चलाने लगा और अब जेल के अंदर पहुंच गया है। राजेश ने नोएडा और खलीलाबाद के गैंग मेंबर की मदद से 21 लोगों की फर्जी डिग्री बनवाई जिसमें अब तक चार डिग्री फर्जी होने की पुष्टि हो चुकी है। फर्जी डिग्री के खेल का खुलासा सबसे पहले एक स्वास्थ्यकर्मी ने ही की। उसने डी. फार्मा की डिग्री फर्जी होने का दावा करते हुए पुलिस में शिकायत की थी। जांच में पुलिस डॉ. राजेश तक पहुंची तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। पुलिस ने फ...