मोतिहारी, मई 15 -- मोतिहारी,नगर संवाददाता। सरकारी अस्पताल में बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए जेनरेटर की व्यवस्था की गई है। कहीं इसकी व्यवस्था एनजीओ के द्वारा कराई गई है तो कहीं खुद सरकारी अस्पताल ने अपनी व्यवस्था की है। जेनरेटर का भुगतान, कितने घंटा बिजली नहीं रही व कितना देर जेनरेटर चला इसके हिसाब से भुगतान करने का नियम है। मगर इस भुगतान में कुछ जगहों से अनियमितता यानि बिजली रहने के बाद भी जेनरेटर चलने के बिल भुगतान करने का मामला आने पर इसकी जांच राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा की जा रही है। जानकार बताते हैं कि जांच करीब एक सप्ताह से चल रही है। जिसमें कुछ जगह से अस्पताल प्रबंधक व लेखापाल से लेकर चिकत्सिा प्रभारी के द्वारा बिजली रहते भी अधिक घंटे जेनरेटर चलने का भुगतान कर दिया है। बताते हैं कि इसका खुलासा बिजली विभाग से बिजली आपूर्ति क...