लोहरदगा, अगस्त 1 -- लोहरदगा, प्रतिनिधि। दवा के पहले अस्पताल के परिवेश, खूबसूरती, आबोहवा से मरीज की आधी बीमारी ठीक हो जाए तो.. कल्पना कीजिए वह अस्पताल कैसा होगा। लोहरदगा के किस्को प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरकारी अस्पताल की बदलती सूरत और हालत का उदाहरण पेश कर रहा है। प्रखंड के नागरिकों की राय ही नहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के परीक्षण, आकलन और ग्रेडिंग सिस्टम- नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड- एनक्यूएएस भी इसे प्रमाणित कर रही है। एनक्यूएएस में यह स्वास्थ्य केंद्र न केवल लोहरदगा जिले में पहले स्थान पर है, बल्कि राज्य के गिने-चुने सीएचसी ही इसकी बराबरी पर हैं। केवल खूबसूरती और साफ सफाई ही नहीं बल्कि चिकित्सा व्यवस्था में भी इस अस्पताल ने नए कीर्तिमान गढ़े हैं। पिछले तीन-चार सालों में इस सरकारी अस्पताल का कायाकल्प हुआ है। वह भी तब जबक...