बलरामपुर, जून 17 -- बलरामपुर, संवाददाता। जिले के सरकारी अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की भारी कमी है। यही कारण है कि अस्पताल आने वाली महिलाओं को इलाज के लिए भटकना पड़ता है। जहां एक ओर दस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कुल आठ महिला चिकित्सकों की तैनाती है तो वही जिला अस्पतालों में भी इनकी संख्या न के बराबर है। ऐसे में जिले की आधी आवादी की चिकित्सा व्यवस्था भगवान भरोसे है। यहां के अस्पतालों में पुरुष चिकित्सक महिलाओं का इलाज करते हैं। जिले में दस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र संचालित हैं। इन्हीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आधी आवादी के इलाज का बोझ है। इन दस सीएचसी पर सिर्फ आठ महिला चिकित्सकों की तैनाती है। स्थिति यह है कि महिलाओं को इलाज कराने के लिए इधर-उधर भागदौड़ करना पड़ता है। मजबूरी में उन्हें पुरुष चिकित्सकों से इलाज ...