फतेहपुर, दिसम्बर 24 -- फतेहपुर।असोथर की सरकंडी में जांच के दौरान बवाल से अफसरो पर जांच पूरी करने के सवाल खड़े है। गांव के पांच सैकड़ा शौचालय और एक सैकड़ा हैंडपंप में खर्च रकम व ब्यौरा खंगाला जा रहा है। खातों का स्टेटमेंट व जियो टैग के रिकार्ड पर पैनी नजर से कई पर तलवार लटकी। प्रकरण की कागजी कार्रवाई मात्र से दागदारों के नाम उजागर हो रहे है। सरकंडी में शासन की जांच से अफसरों ने बदली करवट का नतीजा है कि अफसर जिम्मेदार और प्रतिनिधि दौड़ लगा रहे है। बड़ी पंचायतों में शुमार गांव में सरकारी योजनाएं करोड़ों की वसूली का जरिया बना और हलक तक पहुंचकर फूट पड़ा। नतीजन पांच माह में सरकंडी के महाराज अर्श से फर्श तक पहुंच गए। शासन द्वारा कार्रवाई की रिपोर्ट मांगने के बाद जांच का सिलसिला बढ़ा। कई नामों के खोलने और उन पर कार्रवाई भी तेज हुई। बीते दिनों टीम...