गिरडीह, जुलाई 14 -- पीरटांड़। जैन धर्म के चौबीस में से बीस तीर्थंकरों को निर्वाणभूमि सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर जी में वर्षाकालीन चतुर्मास की विधियां शुरू हो गई है। रविवार को मधुबन स्थित वात्सल्य भवन में साध्वी आर्यिका स्वस्तिमती माता जी एवं आर्यिका शुभमती माता जी ससंघ का चातुर्मासिक कलश स्थापना किया गया। कार्यक्रम को लेकर भव्य धार्मिक अनुष्ठान किया गया। कार्यक्रम में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जुटान हुआ। बताया जाता है कि शास्वत तीर्थ सम्मेदशिखर जी मधुबन में वर्षाकालीन चातुर्मास की धूम मची है। जगह-जगह साधु संतों का जुटान हो रहा है। वर्षाकालीन चतुर्मास को लेकर धार्मिक विधियां शुरू हो गई है। साधु संतों के सानिध्य में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को मधुबन स्थित वात्सल्य भवन में साध्वी आर्यिका स्वस्तिमती माता जी व आर्यिका ...