गोरखपुर, मई 6 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 30 अप्रैल को हीरक जयंती का मुख्य समारोह आयोजित हुआ था। उसमें विशिष्ट सात पुरातन छात्रों को मंच से सम्मानित किया गया था। अब इस सम्मान के एक पहलु पर सवाल उठने लगे हैं। गुआक्टा के पूर्व महामंत्री डॉ श्री भगवान सिंह ने गंभीर सवाल खड़े करते हुए कुलपति प्रो. पूनम टंडन को पत्र लिखा है। आरोप है कि सम्मानित सात में से छह विशिष्ट पुरातन छात्र एक खास वर्ग से थे। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर भी विशेष वर्ग के चयन पर सवाल उठ रहे हैं। डॉ श्रीभगवान सिंह ने पत्र में कहा है कि हीरक जयंती समारोह के सात विशिष्ट पुरातन छात्रों को सम्मानित किया गया। उन पुरातन छात्रों की प्रतिभा, योग्यता एवं विशिष्टता पर किसी को कोई आपत्ति नहीं हो सकती लेकिन सलाहकारों ने जिस वर्गीय शुद्ध...
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