नई दिल्ली, फरवरी 2 -- प्रसादम हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्ता रखता है। महाकुम्भ 2025 में अदाणी ग्रुप और इस्कॉन की साझेदारी में संचालित सामुदायिक रसोइयों के माध्यम से लाखों श्रद्धालुओं को प्रसादम मिल रहा है। यह पहल न केवल भक्तों को पौष्टिक भोजन प्रदान करती है, बल्कि उन्हें खास अनुभूति भी कराती है। प्रसादम, जिसे भगवान को अर्पित किया जाता है, भक्तों के लिए पवित्र माना जाता है। इसे ग्रहण करने से न केवल शारीरिक संतोष मिलता है, बल्कि यह आत्मा की शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम भी है।शुद्धता पर खास ध्यान अदाणी ग्रुप और इस्कॉन की सामुदायिक रसोइयों में प्रसादम की तैयारी में शुद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाता है, ताकि हर भक्त को पवित्र भोजन मिले। इन सामुदायिक रसोइयों का उद्देश्य केवल भोजन प्रदान करना नहीं है, बल्कि समाज में एक...