चतरा, अप्रैल 6 -- मयूरहंड, नरेश राणाऊपर वाले जिनको दिए है उस संपत्ति का प्रयोग सही समय और सही जगह पर किया जाना चाहिए। पक्षी को नदी से पानी पीने से नदी का पानी कम नहीं होता है। मंझौलिया निवासी ज्ञानी राणा ने इस पंक्ति को सही सिद्ध कर रहे हैं। राणा पिछले 15 वर्षों से करीब 45 असहायों को अन्न दाता बने हैं। 15 वर्षों से लगातार प्रत्येक माह क्षेत्र के निर्धन लोगों का राशन दान में देते है। माह के पांच तारीख को जानकारी के मुताबिक उनके आवास पर सुबह लोग पहुंच जाते है। राशन उनको सम्मान पूर्वक दिया जाता है। फिर वे अपने अपने घर प्रस्थान करते हैं। जिन लोगों का राशन का खर्च उठाते हैं उनका एक सूची तैयार किया गया है। इस सूची में वैसे लोगों का नाम अंकित है जिनका सहारा कोई नही है। घर में कोई कमाने वाला व्यक्ति नही है। वैसे लोगों को सूची में नाम दर्ज है। और ...