लखनऊ, सितम्बर 13 -- लखनऊ, संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में स्थापित डॉ. राम मनोहर लोहिया शोधपीठ की ओर से यथार्थ को समझने के लिए एक दृष्टिकोण का विकास : दार्शनिक और सैद्धांतिक आधार पर विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। डीपी मुखर्जी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जेएनयू के डीन स्कूल ऑफ सोशल साइंस के प्रो. विवेक कुमार ने बताया कि यदि हमें समाजशास्त्र को समझना है तो हमें दर्शन की समझ आवश्यक होगी। उन्होंने नारीवादी, दलित, जनजाति, पिछड़े वर्गों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसी भी सिद्धांत के निर्माण के दो आधार हो सकते हैं। प्रथम दर्शन के आधार पर और द्वितीय सैद्धांतिक आधार पर। प्रोफेसर विवेक कुमार ने फ्रांसीसी दार्शनिक रेने देकार्त का जिक्र किया और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के पास समझने की क्षमता होती है।...