खगडि़या, जुलाई 6 -- अलौली। एक प्रतिनिधि सीएचसी हो या अतिरिक्त पीएचसी जहां भी प्रसव कराया जाता है वहां समय से नहीं मिलता जन्म प्रमाण पत्र विलंबा होने पर मनमाने तरीकों से आर्थिक दोहन किया जाता है। यह व्यवस्था वर्षो से चली आ रही है। देखा जाय तो प्रमाण पत्र बेचने की दुकान खूली है। इस आशय की जानकारी लड़ही गांव की प्रमिला देवी, चेराखेरा की अशर्फी देवी, भराठ की फुलिया देवी ने देते हुए शनिवार को बताया कि प्रसव पश्चात बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र एवं सहायता राशि उसी समय खाता में भेज देनी चाहि परन्तु वीएसटी आशा अपने पास रख लेती है बताया जाता है कि सब बाद मे मिल जायेगा। फिर आशा कार्यकतत्र्ता जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर पांच सौ रुपये मांगती हैं। खुद भी लेने पहुंच जाती हे। कार्यालय में एक बिचौलिया बैठा रहता है, जो काफी बड़ी कठिनाई बताकर परेशान करता है। इतना...