रांची, मई 8 -- रांची, वरीय संवाददाता। भारत और पाकिस्तान तनावपूर्ण हालात के बीच आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए बुधवार को रांची में हुए मॉक ड्रिल में करीब 5.48 लाख बच्चे शामिल हुए। इस पर निजी स्कूलों के शिक्षकों ने आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से विचार साझा किए। उनका कहना है कि एक दिन पहले सरकार की ओर से जारी आदेश के बाद मॉक ड्रिल किया गया। यह अधिकांश स्कूलों में खानापूर्ति की तरह रहा। हालांकि शिक्षकों ने इस तरह के प्रशिक्षण को बेहद जरूरी बताया और ऐसे समय-समय पर कराने की अपील की। निजी स्कूलों में भी सरकार इस तरह के ट्रेनिंग कैंप, आपदा प्रबंध प्रशिक्षण, कार्यशालाएं कराए तो बच्चे लाभान्वित होंगे। इसे करियर के रूप में भी देखा जा सकता है और खुद के डिफेंस के लिए भी। शिक्षकों का कहना था कि प्रशिक्षित बच्चे सिविल डिफेंस के रूप में भी कार्य कर सकते ह...
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