नई दिल्ली, अक्टूबर 31 -- विवाह का मौसम है। चारों ओर जेवर, कपड़ों, कारों आदि की खरीदारी से लेकर तमाम तरह के होटल्स, बैंक्वेट हॉल्स, बस, रेल, हवाई जहाज आदि के टिकट की बुकिंग की होड़ लगी है। युवा हर तरह से अपनी शादी को यादगार बनाना चाहते हैं। कोई प्रियंका, अनुष्का और दीपिका की तरह डेस्टिनेशन वेडिंग करना चाहता है, तो किसी को राधिका मर्चेंट के लहंगे की नकल करनी है, किसी को आलिया भट्ट की शादी वाला जोड़ा चाहिए। शादी की जगह भी कुछ-कुछ ऐसी ही होनी चाहिए। अपने इन अरमानों को पूरा करने के लिए शादी के खर्चे निपटाने के लिए भारी-भरकम कर्ज लेने का रिवाज भी बढ़ा है।शादी के फैसले में हमारा बढ़ता दखल नब्बे के दशक के बाद, जिस तरह से भूमंडलीकरण का विस्तार हुआ, लड़कियों की शिक्षा, आत्मनिर्भरता और खुद निर्णय लेने की क्षमता बढ़ी, वैसे-वैसे विवाह में उनकी मर्जी औ...