देवघर, नवम्बर 23 -- सारठ,प्रतिनिधि। सारठ चौक से सटे रामचरित मानस पुरषोत्तम धाम में तीन दिवसीय राम विवाह महोत्सव की शुरुआत रविवार को कलश यात्रा के साथ हुई। बताया गया कि तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में रविवार, सोमवार एवं मंगलवार शाम को काशी के आचार्य रामानुज शरण के मुखारबिंद से जीवंत झांकी के साथ श्रीराम कथा का वाचन किया जाएगा। कथा के प्रथम दिन कथावाचक ने कहा कि कर्मो का फल सभी को भुगतना पड़ता है, चाहे राजा हो या रंक । उन्होंने इसका उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि भगवान राम के पिता राजा दशरथ को भी अपने कर्मों का फल भोगते हुए पुत्र वियोग में तड़प कर मरना पड़ा था और भगवान राम अपने पिता के लिए कुछ नहीं कर पाए थे। इस दौरान उन्होंने श्रवण कुमार का मातृ पितृ भक्ति व सेवा एवं राजा दशरथ द्वारा अनजाने में श्रवण कुमार की हत्या हो जाने एवं श्रवण कु...