लखनऊ, जुलाई 18 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता अब प्रदेश में सभी पात्र विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों को तय समय पर राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से अनिवार्य रूप से मूल्यांकन कराना होगा। उच्च शिक्षा विभाग इसे जल्द सभी संस्थानों के लिए अनिवार्य करने जा रहा है। उच्च शिक्षण संस्थानों को नैक से मूल्यांकन कराना होगा। यही नहीं मूल्यांकन में ग्रेड पाने के पांच वर्ष बाद फिर से नैक कराना होगा। उच्च शिक्षा विभाग इसके लिए नई नीति तैयार कर रही है। अब इस वर्ष 25 प्रतिशत डिग्री कॉलेजों का नैक मूल्यांकन होगा। अभी तक उच्च शिक्षा विभाग इस वर्ष नैक मूल्यांकन के लिए एक हजार कॉलेजों का चयन किया जा चुका है। बाकी की प्रक्रिया जारी है। योगी सरकार उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा दिलाने के लिए सभी जरूरी उपाय कर रही है। उच्च शिक्...