नई दिल्ली, अगस्त 22 -- प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत घर ही होता है। और जब बात आती है एक बेटे की, जो अपने पिता को भारतीय नौसेना की प्रतिष्ठित सफेद और सुनहरी वर्दी में देखता है, तो वह वर्दी केवल एक कपड़ा नहीं होती। वह वर्दी एक वादा होती है, एक विरासत होती है, और सबसे महत्वपूर्ण, एक सपना होती है। आदर्श राय, जिन्होंने न केवल इस सपने को जिया है, बल्कि इसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत भी की है। उनकी यात्रा तीन शक्तिशाली ताकतों का संगम है: एक पिता की विरासत, एक बेटे की महत्वाकांक्षा, और एक गुरु का देशभक्ति से भरा मिशन। उनकी यह कहानी भारत में सर्वश्रेष्ठ SSB कोचिंग की तलाश कर रहे सभी उम्मीदवारों के लिए एक प्रकाश स्तंभ है।एक हीरो के नक्शेकदम पर: आदर्श राय बिहार के सासाराम (रोहतास), और वर्तमान में विशाखापत्तनम में रहने वाले आदर्श राय स्वयं भारतीय नौसे...