महाराजगंज, मार्च 19 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। स्वच्छता, सफाई व फागिंग के नाम पर भले ही कागजी बाजीगरी कर दिया जाय लेकिन हकीकत कुछ और ही है। फागिंग, सफाई के नाम हर गांव में लाखों कर दिए जाने के बाद भी मच्छरों का आंतक बढ़ गया है। पहले मच्छर केवल रात को लगते थे, लेकिन अब दिन भर काटते हैं। शाम होते ही बिना पंखा,बिना मच्छरदानी या मच्छर अगरबत्ती के रहना मुश्किल है। यही हाल रहा तो इस गर्मी व बरसात के सीजन में मच्छर जनित बीमारियों का खतरा हो गया है। गांवों की नालियों, सड़क की सफाई के लिए ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मचारी तैनात हैं। वहीं ग्राम पंचायतों द्वारा नालियों का निर्माण, उनका मरम्मत आदि कार्य कराया जाता है। झाड़ियों,घास फूस की सफाई के नाम पर भी प्रधान, सेक्रेटरी मिलकर धनराशि खर्च करते हैं। लेकिन यह सब कोरमपूर्ति बनकर रह गया है। मच्छरों को स...
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