बेगुसराय, अक्टूबर 30 -- सिमरिया धाम, एक संवाददाता। सनातन धर्म में कार्तिक महीने में अक्षय नवमी का विशेष महत्व है। इस अक्षयनवमी को हम कुछ भी पुण्य का कार्य करते हैं तो वह सदा के लिए अक्षय हो जाता है। कार्तिक महीना में जो भी प्राणी तुलसी व आंवला पूजन करते हैं वे सारे अभीष्ट की सिद्धि प्राप्त कर लेते हैं। ये बातें सिमरिया सिद्धाश्रम के ज्ञानमंच से श्रीमद्भागवत कथा व कार्तिक महात्म्य पर प्रवचन करते हुए स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस नवमी को हम लोग आंवला नवमी के नाम से भी जानते हैं। सनातन धर्म में इस शुभ तिथि को अत्यंत शुभ फलदाई माना गया है। इस दिन किए गए दान पुण्य पूजन और शुभ कार्यों का फल कभी नष्ट नहीं होता है। सदा अक्षय हो जाता है। अक्षय नवमी के दिन आंवला पेड़ की जड़ में दूध और जल भी अर्पित करते हैं। इसके बाद आंवले के...