प्रतापगढ़ - कुंडा, मई 29 -- कुंडा, संवाददाता। सामान्य परिवार में जन्मी अपने संघर्ष के बल पर राजा के घर की बहू बनी लेकिन पति की असमय मृत्यु हो गई। रानी अहिल्याबाई होल्कर ने सती प्रथा का त्याग किया। रानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन सनातन धर्म और नारी सशक्तीकरण के लिए समर्पित रहा। यह बातें नगर पंचायत मानिकपुर, हीरागंज में आयोजित नारी सशक्तीकरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कौशाम्बी भाजपा के पूर्व सांसद विनोद सोनकर ने कही। उन्होंने कहा कि एक राजा का क्या कर्तव्य होना चाहिए उसे रानी अहिल्याबाई होल्कर ने कर दिखाया। मुगलकाल में हमारे देश के धार्मिक स्थलों को तोड़ा गया। काशी विश्वनाथ से लेकर देश के 3000 मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया गया। चेयरमैन प्रतिनिधि आशुतोष जायसवाल ने सफाई कर्मियों, महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्माति किया। इस मौके पर भाजपा नेता ...