लखीमपुरखीरी, मई 15 -- पलियाकलां। शहर स्थित जिला पंचायत बालिका इंटर कालेज में सनातनी संस्कृति के साश्वत संवाहक छत्रपति संभाजी की 468वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। प्रधानाचार्य कृष्ण अवतार भाटी ने संबोधन में बताया कि उनका जन्म 14 मई 1657ई को महाराष्ट्र के पुरन्दर किले में हुआ था। वह छत्रपति शिवाजी के ज्येष्ठ पुत्र थे। उनकी माता का बचपन में ही देहांत हो गया था। उनका लालन पालन दादी जीजाबाई ने किया था। इसलिए साहस, त्याग, देश के प्रति समर्पण व सनातन धर्म के प्रति अनुराग उन्हें दादी से बचपन में मिला था। उन्हें मराठा राज्य की बागडोर सन 1681 में मिली। उनका शासनकाल 1689 तक रहा। उन्होंने सन 1689 तक लगभग सौ युद्ध लड़े, वे सभी में विजयी रहे थे। वे अपने पिता के पद चिन्हों पर चलकर भारत में सनातन धर्म व भारतमाता को परम वैभव पर ले जाना चाहते थे। उन्ह...