लातेहार, जुलाई 10 -- बेतला प्रतिनिधि। सनातनियों का गुरु पूर्णिमा उत्सव आज है। इसदिन सभी सनातनी श्रद्धापूर्वक परंपरागत तरीके से गुरु पूर्णिमा का उत्सव मनाएंगे। क्योंकि सनातन संस्कृति में गुरु पूर्णिमा से प्रसिद्ध आषाढ़ पूर्णिमा का खास महत्व है। ऐसी मान्यता है कि चारों वेदों,महाभागवत, ब्रह्मसूत्र और 18 पुराणों के रचयिता महर्षि वेदव्यास का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही हुआ था।उन्होंने अपनी माता सत्यवती की प्रेरणा से जंगलों में कठिन तपस्या की बदौलत ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति की थी। इसलिए आषाढ़ पूर्णिमा तभी से व्यास और गुरु पूर्णिमा के नाम से आज भी विख्यात है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रख गुरु की पूजा-अर्चना और अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान-पुण्य करने वाले श्रद्धालुओं का जीवन खुशहाल होता है तथा उन्हें न सिर्फ ज्ञान का, बल्कि मोक्ष की भी प्राप्ति हो...