भागलपुर, दिसम्बर 21 -- नवगछिया। निज संवाददाता। प्रखंड के ढोलबज्जा स्थित भगवानपुर पंचायत सरकार भवन के समीप आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग के दूसरे एवं अंतिम दिन पूज्यपाद आचार्य स्वामी पूर्ण चेतन महाराज ने गुरु महिमा, सत्संग-योग और मोक्ष-दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संतमत परंपरा में गुरु का स्थान सर्वोच्च है, क्योंकि सद्गुरु ही शिष्य को अज्ञान के अंधकार से निकालकर आत्मज्ञान और मोक्ष के पथ पर अग्रसर करते हैं। स्वामी पूर्ण चेतन महाराज ने कहा कि संतमत के महान संत संतसेवी परमहंस जी महाराज ने अपने स्व-अनुभवी आध्यात्मिक ज्ञान को सत्संग-योग और मोक्ष-दर्शन जैसी महत्वपूर्ण पुस्तकों में समाहित किया है। वे महर्षि मेंहीं को अपना मस्तिष्क मानते थे, जो उनकी सुदृढ़ गुरु-शिष्य परंपरा, गहन श्रद्धा और कठोर आध्यात्मिक अनुशासन को दर्शाता है।...
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