रांची, जुलाई 20 -- रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने कहा है कि झारखंड के राजनीतिक दल के नेताओं में दूरदर्शिता की कमी के कारण ही मूलवासी सदानों की लगातार उपेक्षा हो रही है। सदान मोर्चा आदिवासियों के अधिकारों का कभी विरोध नहीं करता, लेकिन राज्य सरकार को चाहिए कि इनके अधिकारों को भी संरक्षित किया जाए। वे मूलवासी सदानों के अधिकारों को लेकर रांची के ग्रैंड ओकेजन बैक्वेट हॉल में रविवार को आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान राजेंद्र प्रसाद ने पेसा कानून में भी मूलवासी के अधिकारों के संरक्षण की बात कही। उन्होंने कहा कि मूलवासी और आदिवासी की सभ्यता संस्कृति और रूढ़िवादी परंपरा एक समान ही है। जल, जंगल, जमीन के लिए दोनों ने लड़ाई लड़ी है, इसलिए तीनों में दोनों का अधिकार बराबर है। मौ...