गोड्डा, जून 14 -- गोड्डा, संवाद सूत्र । गोड्डा का लाइफलाइन कहे जाना वाला सदर अस्पताल जहां प्रत्येक दिन 500 से 1000 मरीज अपनी इलाज कराने आते है । लेकिन पिछले कुछ समय से यह अस्पताल राहत का नहीं, बल्कि तनाव, डर और असुरक्षा का पर्याय बनता जा रहा है । जहां मरीज के परिजनों और अस्पताल कर्मियों के बीच हो टकराव हो रहा है , जिस कारण मारपीट और तोड़फोड़ जैसी घटनाएं सामने आने लगी है। इन सब घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है । इसी को लेकर गोड्डा अनुमंडल पदाधिकारी बैद्यनाथ उरांव और सिविल सर्जन डॉ अनंत कुमार झा ने खुद सदर अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और पुलिस पिकेट बनाने को लेकर जगह चिन्हित किया । इस दौरान सिविल सर्जन ने कहा की लगातार हो रही घटनाएं चि...