भभुआ, नवम्बर 24 -- सरकारी क्वार्टर नहीं रहने से रात में ड्यूटी करने जाने और लौटनेवाली महिला कर्मियों को झेलनी पड़ती है परेशानी बड़ी दुर्घटना होने पर डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों को अस्पताल आने में हो जाती है देर क्वार्टर के लिए जितना किराया भत्ता मिलता है उससे तीनगुना ज्यादा लग जाता है भाड़ा (पेज तीन की लीड खबर) भभुआ, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। सदर अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक व कर्मियों के लिए सरकार क्वार्टर नहीं है। इस कारण उन्हें किराए के मकान में रहना पड़ता है। सरकार से जो किराया भत्ता मिलता है, उससे ज्यादा उन्हें रूम रेंट देना पड़ता है। अस्पताल परिसर में सरकारी क्वार्टर नहीं रहने से आपातकाल सेवाएं प्रभावित होती हैं। जब कभी बड़ी घटना-दुर्घटना होती है और चिकित्सक को सदर अस्पताल में बुलाया जाता है, तब उन्हें पहुंचने में देर हो जाती है। रात में ड्...