भागलपुर, फरवरी 19 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता कोरोना आने के बाद से आयुर्वेद के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है। बीते पांच सालों में सदर अस्पताल में संचालित संयुक्त देसी चिकित्सालय में आयुर्वेद पद्धति से इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या में तकरीबन दोगुने की वृद्धि हो चली है। ऐसे में यहां पर आयुर्वेदिक चिकित्सक की संख्या बढ़ने के बजाय खत्म ही हो गई। आलम ये है कि रोजाना दर्जनों की संख्या में इलाज के लिए आने वाले आयुर्वेदिक मरीजों का इलाज प्रतिनियुक्त पर तैनात चिकित्सक के भरोसे सप्ताह में तीन दिन ही हो रहा है। ऐसे में आलम ये है कि सप्ताह में तीन दिन आयुर्वेदिक मरीजों को या तो बिन इलाज वापस लौटना पड़ रहा है या फिर उनका इलाज यूनानी या होम्योपैथ पद्धति से हो रहा है। साल 2015 से सदर अस्पताल के संयुक्त देसी चिकित्सालय में तीन (आयुर्वेद, यूनानी...