किशनगंज, अक्टूबर 30 -- किशनगंज, एक प्रतिनिधि। जब किसी गरीब परिवार में प्रसव का समय आता है और डॉक्टर बताते हैं डिलीवरी क्रिटिक्स है जिस ओर सिजेरियन डिलीवरी करना होगा, तो सबसे पहले मां के चेहरे पर डर और पिता के मन में पैसों की चिंता घर कर जाती है। निजी अस्पतालों में यह ऑपरेशन कई हजार रुपये का होता है,जो दैनिक मजदूरी या सीमित आय वाले परिवारों के लिए असंभव जैसा है। लेकिन अब जिले के सदर अस्पताल ने इन चिंताओं को दूर कर दिया है। यहां नि:शुल्क और सुरक्षित सिजेरियन सुविधा ने उन परिवारों को राहत दी है जिनके लिए मातृत्व कभी डर का पर्याय बन गया था। यह जहन चिकित्सा उपलब्धि है, बल्कि गरीब परिवारों के लिए सम्मान और सुरक्षा की कहानी भी है। अप्रैल से सितंबर तक हुआ है111 सिजेरियन डिलीवरी सदर अस्पताल में अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच 111 सिजेरियन प्रसव (सी-स...