चाईबासा, मई 21 -- चाईबासा, संवाददाता। सदर अस्पताल परिसर स्थित टीबी वार्ड रहने के बावजूद टीबी से ग्रस्त रोगियों को पुरुष और महिला वार्ड में रखा जा रहा है। इस समय टीबी वार्ड में सात, पुरुष वार्ड में 5 तथा महिला वार्ड में तीन टीबी रोगी इलाजरत हैं। महिला और पुरुष वार्ड में टीबी मरीजों के रखने से हर समय संक्रामक फैलने का खतरा बना रहता है। टीबी एक ऐसी बीमारी है जो छींकने और खांसने से वोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। टीबी वार्ड में पदस्थापित एएनएम ने बताया कि टीबी वार्ड सात बेड का है। इससे अधिक रोगियों के आने पर यहां रखना मुश्किल है। इसलिएए बाकी मरीजों को जनलर वार्ड में ही रखा जा रहा है। टीबी वार्ड में और बेड बढ़ाने की जरूरत है। इधर पुरुष वार्ड इंचार्ज ने बताया कि टीबी के एक-एक मरीज का इलाज लगभग दो-दो महीने तक चलता है। आम मरीजों के साथ रखने से संक्...