सहरसा, अगस्त 21 -- सहरसा, हमारे प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय का सबसे बड़ा अस्पताल सदर अस्पताल बदइंतज़ामी का शिकार है। गेट खोलने-बंद करने पर प्रशासन हर बार नया प्रयोग करता है, लेकिन असली मुद्दे सफाई और कचरा निपटान को जानबूझकर नजरअंदाज कर दिया गया है। एसी तार चोरी की घटना के बाद कोविड हॉस्पीटल के बगल का मुख्य गेट को बंद कर दिया गया। फिर पूर्वी गेट खोलकर राहत दिया गया और बाद में पश्चिमी गेट का छोटा दरवाजा भी खोल दिया गया। लेकिन हकीकत यह है कि गेट चाहे कोई भी खुले, कचरे का ढेर वहीं का वहीं है। पूर्वी गेट के पास महीनों से कचरा जमा है। बारिश के दिनों में इससे दुर्गंध और मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। यही नहीं नए मॉडल हॉस्पीटल की हालत भी पुराने परिसर से अलग नहीं है। वहां भी जगह-जगह कचरे के ढेर पड़े हैं। कई बंद कमरों को प्रशासन ने कूड़ाघर बना रखा है,...