नई दिल्ली, दिसम्बर 4 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। राज्यसभा सदस्य फौजिया खान ने गुरुवार को डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाने की मांग की। राकांपा (शरद पवार) की नेता खान ने उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान कहा कि डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी जीवनरक्षक होते हैं और लोग उन पर ईश्वर के बाद सर्वाधिक भरोसा करते हैं, लेकिन आज यही डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी धमकाए जा रहे हैं, उन पर हमले हो रहे हैं, उन्हें गालियां दी जा रही हैं और भीड़ द्वारा घेरा भी जा रहा है। उन्होंने कहा कि समस्या का स्तर इतना बड़ा है कि उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भारतीय चिकित्सा एसोसिएशन के एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि 75 प्रतिशत डॉक्टर अपने जीवन में किसी न किसी प्रकार की हिंसा का सामना कर चुके हैं। खान ने...