खगडि़या, जून 11 -- महेशखूंट। एक प्रतिनिधि कबीर मठ बन्नी में संत शिरोमणि कबीर दास की 627वीं जयंती मंगलवार को धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर कबीर मठ बन्नी के महन्त रधुनंदन गोस्वामी ने कहा कि संत शिरोमणि कबीर साहेब हमेशा इंसानियत को सर्वोपरि समझा। कबीर दास ने उस समय सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई जब समाज सैकड़ों कुरीतियों की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था। उनका मानना था कि इंसान जाति, धर्म, वर्ण या वर्ग से नहीं बल्कि अपने गुणों से बनता है। महापुरुषों की जयंती मनाने का उद्द्ेश्य यह है कि आने वाली पीढ़ी अच्छे विचारों को अपने जीवन में धारण करें। उन्होंने कहा कि सभी धर्म, जाति व समुदायों की धारा भले ही अलग-अलग हो, लेकिन सभी का रास्ता मानवता की ओर जाता है। अपने देश में जितने भी ऋषि-मुनि व महापुरुष हुए हैं, उन सभी ने मानवता का पाठ पढ़ाया है। संत कबीर न...