सिद्धार्थ, मार्च 9 -- सोहना, हिन्दुस्तान संवाद। भनवापुर क्षेत्र के लेवड़ी गांव में चल रहे पांच दिवसीय पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ व नवनिर्मित मंदिर में दुर्गा माता की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के पहले दिन शुक्रवार रात शांतिकुंज हरिद्वार से आई कथावाचक सुशीला ठाकुर ने प्रज्ञा पुराण की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा पुराण विवेक को जागृत करता है। सत्संग औषधि के समान है और सद्बुद्धि को जगाता है। सद्बुद्धि जागने पर जीव का उद्धार होता है और वह जीवन में नई ऊंचाइयां छूता है। उन्होंने गृहस्थ आश्रम को सर्वश्रेष्ठ बताया। उन्होंने कहा कि गृहस्थ आश्रम का मुख्य उद्देश्य घर को तपोवन बनाकर ईश्वर को पाना है। लेकिन वर्तमान में लोग इस उद्देश्य को भूल गए हैं। उन्होंने बताया कि क्रोध, लोभ, काम और अहंकार जब जीवन को प्रभावित करते हैं, तो संसार का भोग अच्छा लगने ...