गौरीगंज, अक्टूबर 27 -- अमेठी। संवाददाता गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह के आवास पर चल रही श्री राम कथा के पांचवें दिन सोमवार को कथा व्यास शांतनु महाराज ने भगवान श्रीराम के विवाह और वन गमन प्रसंग का मार्मिक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि सत्संग व्यक्ति के जीवन को संस्कृति और सद्गुणों की ओर ले जाता है। जबकि कुसंग मनुष्य को विकृति और अधर्म की दिशा में धकेल देता है। महाराज ने कहा कि मंथरा कुसंग का प्रतीक है, जिसने कैकेई की बुद्धि भ्रमित कर दी। कुसंग के कारण ही भगवान श्रीराम को वनवास जाना पड़ा। उन्होंने बताया कि जब मनुष्य गलत संगति में पड़ता है, तो उसका विवेक नष्ट हो जाता है और उसका पतन निश्चित हो जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को सद्ग्रंथों का अध्ययन, संतों की संगति और धर्ममार्ग का अनुसरण करना चाहिए। शांतनु महराज ने कहा कि इस देश की माताओं में...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.