दुमका, अक्टूबर 8 -- रामगढ़, प्रतिनिधि। रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत महूबना में एक दिवसीय संतमत सत्संग का आयोजन किया गया। मौके पर प्रवचन के दौरान स्वामी परमानंद ने कहा कि हमसब लोग इस संसार में भ्रम में पड़े हैं। बड़े-बड़े लोगों को भ्रम हो जाता है, जैसे प्रभु रामजी को सीता माता की खोज में वन-वन भटकते देखकर माता सती को भ्रम हो गया था। जब प्रभु रामजी और लक्ष्मण जी नाग फांस में बंध गए थे तो उससे मुक्त करने के लिए जब गरुड़ जी को बुलाया गया तो उन्हें भी भ्रम हो गया कि आखिर श्रीराम ईश्वर है भी या नहीं। भ्रम को दूर करने के लिए व संशय को भगाने के लिए ही सत्संग का आयोजन किया जाता है। स्वामी आरण्यानंद ने कहा भगवान श्रीकृष्ण के साथ रहते हुए भी अर्जुन का संशय का नाश नहीं हुआ। अर्जुन को गीता का उपदेश दिया गया था। तब जाकर उन्हें आत्म ज्ञान हुआ। पांडवों को भी नर...