रांची, जून 23 -- मुरहू, प्रतिनिधि। मुरहू प्रखंड स्थित महर्षि मेंही आश्रम, शबरी कुटिया शांतिपुरी में आयोजित तीन दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का समापन सोमवार को श्रद्धा और भक्ति के माहौल में किया गया। अंतिम दिन देशभर से पहुंचे सन्तों और श्रोताओं की उपस्थिति में आध्यात्मिक प्रवचनों का दौर चला। इस अवसर पर संतों ने मानव जीवन की सार्थकता, भक्ति के महत्व और गुरु के मार्गदर्शन की आवश्यकता पर बल दिया। अंतिम दिन मुख्य प्रवचनकर्ता के रूप में उपस्थित कुप्पाघाट भागलपुर आश्रम के स्वामी प्रमोद जी महाराज ने कहा कि मनुष्य खाली हाथ इस संसार में आता है, लेकिन अपने कर्मों की गठरी लेकर ही यहां से जाता है। उन्होंने कहा कि परमात्मा के यहां हर कर्म का हिसाब रखा जाता है। महाभारत के उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जैसे पांडवों को विदुर ने लाक्षागृह में प्रवेश से पहले...