बेगुसराय, जुलाई 23 -- बीहट। सिद्धपीठ बीहट बड़ी दुर्गा मंदिर परिसर में नौ दिवसीय रामकथा के आठवें दिन कथा व्यास धर्मावतार श्रीमनू महाराज ने कहा कि सत्कर्म करने वाले आनंदित जीवन जीते हैँ। निष्काम भाव से भक्ति मनुष्य के सारे मनोरथों को पूरा करता है। कथा व्यास ने कहा कि रामकथा जीवन जीने की कला सिखाती है।रामकथा के दौरान राम के वनगमन प्रसंग से लेकर लवकुश तक की कथा कथा व्यास ने कही। उनकी टीम के सदस्य कथा व्यास को संगीमतयी रामकथा कहने में सहयोग कर रहे हैं। आयोजन समिति के सदस्य पंकज फलाहारी तथा रघुवीर ने बताया कि 16 जुलाई से ही सुबह में रूद्राभिषेक तथा शाम में चार बजे से रामकथा हो रही है।कथा श्रवण के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। (नि.सं.)

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