आरा, अगस्त 17 -- जन्माष्टमी पर संकीर्तन जगदीशपुर। निज संवाददाता प्रखंड के सिअरुआ में परम पूज्य त्रिकालदर्शी परमसिद्ध विदेह संत श्री देवराहा शिवनाथ दासजी महाराज के सान्निध्य में जन्माष्टमी पर संकीर्तन का आयोजन किया गया। संकीर्तन के समापन पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए संत श्री ने कहा कि जैसे दूध में घी मिला रहता है, परन्तु वह दिखाई नहीं देता है। उसी तरह संसार के कण कण में ईश्वर का वास है, परन्तु जीव को वह ईश्वर दिखाई नहीं देते हैं। दूध से घी निकालने के लिए हम दूध से दही बनाते हैं और दही में जब हम मथनी चलाते हैं, तब उसमें से घी बाहर निकल आता है। उसी तरह से जब हम सात्विक कर्म करते हुए ईश्वर का नाम जप और ध्यान करेंगे तो हमें ईश्वर के कृपा का लाभ और दर्शन लाभ होगा। परंतु हम यदि दिन भर दूध में मथनी चलाते रहे तो उसमें से घी नहीं निकाल प...