गंगापार, जून 18 -- गोशाला यानी बेसहारा गोवंशों का सहारा सरकार ने यह गो शालाएं बनवाई है ताकि, बेसहारा गोवंशों को दाना, चारा व पानी सहित सभी सुविधाएं मिल सकें। वे असहाय बने सड़कों पर घूमते-घूमते हादसे का शिकार न हों। सरकार की यह कवायद जमीनी स्तर पर कितनी फलीभूत हो रही है इसका उदाहरण ग्राम खूंटा, सिलौधी व दिघलो में बनी गोशाला में देखा जा सकता है। गोशालाओं में न चारा है और न पानी। ऐसे में टैग लगे गोवंश खुले आम घूम रहे हैं। मेजा तहसील में बेसहारा गोवंशों के लिए गो शालाएं बनवाई गई हैं। आशय यही है कि बेसहारा गोवंश यहां रहेंगे, तो उनको चारा पानी मिलता रहेगा वे सड़क पर नहीं घूमेगें। अव्यवस्था की शिकार गोशालाओं में भूले भटके गोवंश पहुंच भी जायं तो यहां न तो उनको चारा न ही पानी मिलेगा। ऐसे में उनको फिर से सड़कों की राह पकड़नी पड़ती है। उनका यह कदम न...