नई दिल्ली, दिसम्बर 1 -- नई दिल्ली प्रमुख संवाददाता दिल्ली सहित देशभर में सड़क बनाने के दौरान कार्बन उत्सर्जन अधिक होता है। लेकिन निर्माण कार्य में जोयिसिंथेटिक का इस्तेमाल कर कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सकता है। यह जानकारी विशेषज्ञों ने अंतर्राष्ट्रीय जियोसिंथेटिक सोसायटी (आईजीएस) ने सीएसआईआर-सीआरआरआई के सहयोग से "कार्बन फुटप्रिंट और जियोसिंथेटिक्स के उपयोग से परिवहन अवसंरचना के लिए स्थिरता मूल्यांकन" विषय पर आयोजित कार्यशाला में दी। इस कार्यक्रम में भू-तकनीकी विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, उद्योग पेशेवरों और युवा शोधकर्ताओं ने भाग लिया। सीआरआरआई परिसर में आयोजित इस कार्यशाला में पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने और सतत अवसंरचना विकास को बढ़ावा देने में जियोसिंथेटिक्स के बढ़ते महत्व को बताया गया। शोधकर्ताओं और प्रैक्टिशनरों ने बताया कि जियोसिंथे...
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