मुजफ्फरपुर, सितम्बर 29 -- मुजफ्फरपुर। एक दशक से अधिक समय से सड़क जर्जर है। अब तो गड्ढों और रोड के बीच फर्क करना मुश्किल हो गया है। बीते एक माह में सड़क पर गिरने से दो महिलाओं के पैर टूट चुके हैं। सिर्फ जर्जर सड़क ही नहीं, बल्कि खुले और बजबजाते नाले भी जानलेवा बन गए हैं। बच्चे गिरकर लहूलुहान हो रहे हैं। यह हाल है तीन हजार से अधिक की आबादी वाले सघन रिहायशी इलाका कृष्णा टोली का। लक्ष्मी चौक पर जाम लगने पर चांदनी चौक, बैरिया और एनएच की ओर निकलने का मुख्य वैकल्पिक रास्ता होने के बाद भी कृष्णा टोली का यह हाल है। मोहल्ले की बदहाली पर जिम्मेदार कब जागेंगे, मोहल्ले के लोग इसकी बाट जोह रहे हैं। इनका कहना है कि बरसात में स्थिति इतनी नारकीय हो जाती है कि घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। निगम प्रशासन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए तत्काल हल की पहल कर...