नई दिल्ली, जून 5 -- नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। प्राइवेट ऑपरेटरों को फरवरी से भुगतान न मिलने का असर अब बसों के संचालन पर पड़ने लगा है। फंड की कमी से जूझ रहे प्राइवेट बस ऑपरेटर स्टाफ को वेतन देने और बसों की मरम्मत कराने में असमर्थता जता रहे हैं। इसकी वजह से जो बसें खराब हो रही हैं, वे संचालन से बाहर की जा रही हैं। ऑपरेटरों ने बताया कि दिल्ली परिवहन विभाग पर उनका तकरीबन 300 करोड़ रुपये बकाया है। नई सरकार के गठन के बाद से उन्हें एक बार भी रकम का भुगतान नहीं मिला है। करीब साढ़े तीन महीने से भुगतान न मिलने के बावजूद वे अपने रिजर्व फंड से बसों की मरम्मत और स्टाफ को वेतन दे रहे थे, लेकिन अब फंड की कमी हो गई है। इसकी वजह से बसों की मरम्मत कराना भी मुश्किल हो रहा है। बस ऑपरेटरों का कहना है कि ब्रेकडाउन होने की वजह से जिन बसों को डिपो में वर्कशॉप ...