हापुड़, अक्टूबर 8 -- गढ़मुक्तेश्वर। एक बार फिर अनदेखी और अव्यवस्था ने मेहनतकश किसानों की कमाई पर पानी फेर दिया। गढ़ क्षेत्र में रविवार की बारिश ने मंडी और आसपास की सडक़ों पर खुले में रखे करोड़ों रुपये के धान को पूरी तरह भिगो दिया। मंडी में जगह की कमी के चलते व्यापारी पिछले कई दिनों से सडक़ किनारे ही धान की बोरियां जमा कर खरीद-फरोख्त कर रहे थे। अचानक हुई बारिश से धान भीगकर खराब हो गया, जिससे किसानों और व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। रेलवे रोड, पुरानी दिल्ली रोड और मेरठ रोड पर धान की बोरियां गीली होकर सडक़ों पर बिखर गईं। भीगे धान के खराब होने से दुर्गंध फैलने लगी और आने-जाने वालों को भी परेशानी हुई। किसानों का कहना है कि मंडी समिति द्वारा पर्याप्त शेड और भंडारण व्यवस्था न होने से हर साल यही स्थिति बनती है, लेकिन अधिकारी केवल खा...