लखनऊ, अगस्त 24 -- वरिष्ठ कथाकार प्रताप दीक्षित के नवीन कहानी-संग्रह कगार के आखिरी सिरे पर का विमोचन रविवार को कैफी आज़मी अकादमी में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध आलोचक वीरेन्द्र यादव ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रताप दीक्षित के कहानी संग्रह के लोकार्पण के साथ हुआ। इसके बाद शालिनी सिंह और सलमान खयाल ने संग्रह से कहानी ब्लैकहोल का कहानी पाठ किया। कहानी के जीवंत पाठ ने आज के कम्प्यूटरीकरण के युग में लोगों की नौकरियों के अस्तित्व और उससे सामंजस्य बनाते लोगों की जिजीविषा को सजीव कर दिया। लेखक प्रताप दीक्षित ने श्रोताओं से बताया कि कहानियां उनके लिए सिर्फ रचनात्मक अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि समाज और जीवन के अनुभवों को भी साझा करती हैं। उन्होंने कहा कि कला, लोगों की मानसिक तलाश को दूर करने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि उनके तीनों कहा...