रामपुर, अक्टूबर 30 -- कथाव्यास पंडित बृजेश पाठक ने कहा अधिकांश व्यक्ति अपनी कामना पूर्ति हेतु भगवान का भजन करते हैं। भगवान की कृपा से उनकी कामना की पूर्ति भी होती है। वह नगर के मोहल्ला साहूकारा स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा के पांचवें दिन प्रवचन कर रहे थे। कहा कि सच्चा भक्त अपनी साधना और भजन के बदले में भगवान से कुछ नहीं चाहता। वह तो केवल भगवान के श्री चरणों का प्रेम चाहता है। ऐसे ही भक्तों को भगवान भक्ति प्रदान करते हैं। रामायण में जब भक्त केवट ने भगवान राम को गंगा पार कराया और उसके बाद प्रणाम किया। तो श्रीराम ने उसे मजदूरी देना चाहा पर केवट ने तो स्पष्ट कह दिया। कि आपके चरणों को पाने के बाद अब मुझे कुछ भी पाना बाकी नहीं रह गया। मुझे अब कुछ भी नहीं चाहिए। सीता जी और लक्ष्मण ने भी मजदूरी लेने का आग्रह किया ...