सासाराम, नवम्बर 24 -- सासाराम, हिन्दुस्तान संवाददाता। शहर की गीता घाट स्थित आश्रम परिसर में कथा के दूसरे दिन स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने कपिल देव जी महाराज और उनकी माता देवहूति के प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एक मां को अपने पुत्र से आत्म-ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। स्वामी जी ने कहा कि सच्ची भक्ति ही जीवन का सार है और संसार की नश्वरता से मुक्ति दिलाती है।

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