लखीमपुरखीरी, जुलाई 17 -- गोला गोकर्णनाथ। छोटी काशी स्थित साईं मैरिज लान में चल रही सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास संजीवनी मिश्रा ने भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह की कथा बहुत ही रोचक ढंग से सुनाई है। उन्होंने कहा कि देवी पार्वती भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए वर्षों तक कठोर तपस्या करती हैं। वह उन्हें प्रसन्न करने के लिए अपनी भक्ति और प्रेम को प्रदर्शित करती हैं। जब वह तपस्या से प्रसन्न होते हैं, तो वे उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करते हैं। शिव-पार्वती का विवाह सच्ची प्रेम और भक्ति की किसी भी बाधा को पार कर सकती है। रोचक पहलू भी हैं जैसे कि भगवान शिव का विवाह के लिए तैयार होना, देवी पार्वती का सोलह श्रृंगार करना और विवाह समारोह में देवताओं और ऋषि-मुनियों का आगमन। यह कथा हमें प्रेम, भक्ति और तपस...