चंदौली, अप्रैल 24 -- सकलडीहा, हिन्दुस्तान संवाद। सकलडीहा कस्बा से रेलवे स्टेशन जाने वाली मुख्य मार्ग बीते कई साल से जर्जर है। सड़क पर दो पहिया या साइकिल लेकर आने जाने वालों को काफी दिक्कत उठानी पड़ती है। जर्जर मार्ग होने के कारण लोगों को तीन से चार किमी की अतिरिक्त दूरी तक करके रेलवे स्टेशन जाना पड़ता है। इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि अनजान है। सकलडीहा रेलवे स्टेशन सेनानियों के नाम से जाना जाता है। यहां पर प्रसिद्ध प्राचीन स्वयं भू कालेश्वर नाथ का मंदिर है। इसके अलावा बहरवानी में आत्म अनुसंधान केन्द्र और औघड़ संत डगरिया सरकार का आश्रम है। यहां पर आने जाने के लिये आटोऔर निजी साधन है। आजादी से लेकर अबतक इस मार्ग पर न तो पटरी बन पायी और न तो नाला बनाया गया। वर्षो से सकलडीहा कस्बा से लेकर रेलवे स्टेशन और चतुर्भु...