मधुबनी, जुलाई 14 -- बेनीपट्टी, निज प्रतिनिधि। बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम अब नये स्वरूप में जल्द ही विद्यालयों में उपलब्ध होगा। पाठ्यक्रम सदस्यों की दो दिवसीय बैठक में यह निर्णय लिया गया । संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार झा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मध्यमा की पाठ्यक्रम में रामचरितमानस विषय को शामिल किया जाएगा। उन्होने बताया कि प्रथम वर्ग से लेकर दशम वर्ग(मध्यमा) तक प्रतिक्षानुसार प्रचलित पाठ्यक्रम का अवलोकन करते हुए समीक्षा किया गया। अध्यक्ष ने बताया कि पाठ्यक्रम को एनईपी-2020 एवं आधुनिक व व्यवसायिक विषयों को ध्यान में रखकर नया संशोधन एवं परिवर्तित प्रारूप तैयार किया गया। बताया कि अब छात्र रामचरितमानस के गूढ़ रहस्यों एवं भारतीय संस्कृति से पूर्णरूप से परिचित होंगे। पठ्यक्रम में पं.अम्बिकादत्त व्यास की प्...